5 Simple Statements About shiv chalisa lyricsl Explained
5 Simple Statements About shiv chalisa lyricsl Explained
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किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
Lord, if the ocean was churned and also the deadly poison emerged, out of the deep compassion for all, You drank the poison and saved the entire world from destruction. Your throat became blue, Hence You're often called Nilakantha.
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
O Wonderful Lord, consort of Parvati You are most merciful . You mostly bless the bad and pious devotees. Your more info beautiful form is adorned Along with the moon on your own forehead and in your ears are earrings of snakes' hood.
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ वेद नाम महिमा तव Shiv chaisa गाई।
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर
कमल नयन पूजन चहं सोई ॥ कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर ।
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
येहि अवसर मोहि आन shiv chalisa in hindi उबारो ॥ लै त्रिशूल शत्रुन को मारो ।